सिर्फ 10 सेकंड में होगा पेमेंट! NPCI ने किया UPI सिस्टम में बड़ा बदलाव– जानिए क्या होगा नया?
नई दिल्ली – भारत में डिजिटल पेमेंट का चेहरा बदलने वाला है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI सिस्टम को तेज़, स्थिर और सुरक्षित बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। 16 जून 2025 से लागू होने वाले इस सुधार के बाद, लोग ट्रांजैक्शन करते वक्त रुकावट या देरी जैसी समस्याओं से राहत पाएंगे।
अब जब आप किसी को UPI से पैसे भेजेंगे या मंगवाएंगे, तो ट्रांजैक्शन का स्टेटस 30 सेकंड की बजाय सिर्फ 10 सेकंड में सामने आ जाएगा। NPCI ने यह फैसला तब लिया जब अप्रैल में लगातार UPI सेवाएं बाधित हुईं और लाखों लोगों ने सोशल मीडिया पर नाराज़गी जताई।
अप्रैल 2025 में देशभर के कई हिस्सों में UPI ट्रांजैक्शन फेल होने लगे। लोग बार-बार ट्रांजैक्शन को दोहराते रहे, लेकिन न तो पैसा पहुंचा और न ही समय पर रिफंड मिला। NPCI ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया, टेक्निकल टीम को एक्टिव किया और तुरंत सिस्टम का रिव्यू शुरू किया।
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National Payments Corporation of India (NPCI) ने 26 अप्रैल को एक सर्कुलर जारी किया। इसमें साफ-साफ लिखा गया कि वो अब ट्रांजैक्शन रिस्पॉन्स टाइम को 30 सेकंड से घटाकर 10 सेकंड कर रहे हैं। इसके अलावा, पेमेंट एड्रेस वेरिफिकेशन का समय भी 15 सेकंड से घटाकर 10 सेकंड कर दिया गया है।
इस अपडेट के बाद UPI यूजर्स को कम फेलियर, तेज़ स्पीड और ज्यादा भरोसेमंद सर्विस मिलेगी। जो लोग पहले हर ट्रांजैक्शन में घबराते थे कि पैसा फंसेगा या नहीं, अब उन्हें ऐसा डर नहीं सताएगा। इससे न सिर्फ आम लोग, बल्कि ऑनलाइन व्यापारी, छोटे दुकानदार और स्टार्टअप्स भी राहत की सांस लेंगे।
NPCI ने कैसे की तैयारी?
NPCI सिर्फ वादे नहीं कर रहा, वह ज़मीन पर सिस्टम को बदल रहा है। उसने बैंकों को अतिरिक्त सर्वर और डेटा बैकअप इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने को कहा है। साथ ही अब वह UPI सिस्टम पर AI-बेस्ड मॉनिटरिंग टूल्स लगाने जा रहा है, ताकि अगर कोई गड़बड़ी हो, तो सिस्टम तुरंत उसे पकड़ ले।
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भारत में Digital Payment अब सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता से जुड़ी जिम्मेदारी बन चुका है। अगर बार-बार सिस्टम फेल होता है, तो इससे न सिर्फ जनता का भरोसा टूटता है, बल्कि पूरी डिजिटल इकॉनमी हिल सकती है।
विशेषज्ञों ने भी चेतावनी दी थी कि अगर सरकार और संस्थाएं समय पर कदम नहीं उठाएंगी, तो देश की डिजिटल तरक्की को झटका लग सकता है। NPCI ने इस चेतावनी को समय रहते समझा और अब उसने फुल-प्रूफ प्लान के साथ काम शुरू कर दिया है।
16 जून के बाद जब आप UPI से ट्रांजैक्शन करेंगे, तो आपको लगेगा कि सब कुछ पहले से तेज़, आसान और प्रोफेशनल हो गया है। देश अब सिर्फ डिजिटल नहीं, बल्कि स्मार्ट और भरोसेमंद पेमेंट सिस्टम की तरफ बढ़ रहा है।
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