SHRESHTA Scheme 2025: SC छात्रों को टॉप प्राइवेट स्कूलों में फ्री एडमिशन का सुनहरा मौका, जानें पूरी प्रक्रिया
नई दिल्ली। दिल्ली में पढ़ाई का सपना देखने वाले अनुसूचित जाति (SC) छात्रों के लिए एक बड़ी खबर है। सरकार की ओर से चलाई जा रही SHRESHTA Scheme के तहत ऐसे मेधावी छात्रों को देश के बेहतरीन प्राइवेट रेजिडेंशियल स्कूलों में पढ़ाई का सुनहरा मौका दिया जा रहा है। लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि इस योजना के लिए आवेदन की आज अंतिम तारीख है।
क्या है SHRESHTA योजना और क्यों है यह खास?
SHRESHTA (Scheme for Residential Education for Students in High Schools in Targeted Areas) केंद्र सरकार की एक खास पहल है। इसका उद्देश्य है कि कमजोर सामाजिक वर्गों से आने वाले बच्चों को अच्छी क्वालिटी की शिक्षा मिले। योजना के तहत चुने गए छात्रों को कक्षा नौवीं और ग्यारहवीं में देश के चुनिंदा प्राइवेट रेजिडेंशियल स्कूलों में दाखिला दिया जाएगा।
योजना का संचालन सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय कर रहा है और परीक्षा का आयोजन National Testing Agency (NTA) कर रही है। छात्रों को चयनित स्कूलों में कक्षा 12 तक फ्री एजुकेशन मिलेगी। इसके अलावा हॉस्टल और दूसरी सुविधाएं भी मुफ्त में मिलेंगी।
कौन कर सकता है आवेदन और कैसे होगा चयन?
इस योजना के तहत उन्हीं SC छात्रों को चुना जाएगा जो शैक्षणिक रूप से मेधावी हैं और सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ते हैं। प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा 1 जून 2025 को आयोजित की जाएगी, जो दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी।
छात्रों को NTA की आधिकारिक वेबसाइट shreshta.admissions.nic.inपर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना था, जिसकी अंतिम तिथि 5 मई 2025 यानी आज है। जिन छात्रों से आवेदन में कोई गलती हो गई हो, वे 6 और 7 मई को फॉर्म करेक्शन कर सकते हैं।
एडमिट कार्ड 25 मई को जारी होगा और परीक्षा का रिजल्ट चार से छह हफ्तों में घोषित किया जाएगा। चयन के बाद छात्रों को काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से स्कूल आवंटित किए जाएंगे, जिसमें छात्र की पसंद और मेरिट को प्राथमिकता दी जाएगी।
निवेश जैसा है यह मौका, बदल सकता है बच्चों का भविष्य
आज के समय में महंगे प्राइवेट स्कूलों की पढ़ाई हर किसी के बस की बात नहीं होती। लेकिन SHRESHTA योजना, SC वर्ग के बच्चों को वह प्लेटफॉर्म देती है जो उनके भविष्य को पूरी तरह बदल सकता है। ये योजना सिर्फ शिक्षा नहीं, बल्कि सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता का भी रास्ता खोलती है।
हर साल जहां करीब 3,000 छात्रों को इस योजना का लाभ मिलता है, वहीं दिल्ली सरकार की सक्रियता इस बार इसे और ज्यादा असरदार बना रही है। शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं होती, यह बच्चों को सोचने, आगे बढ़ने और समाज में जगह बनाने का साहस देती है। यही वजह है कि ऐसी योजनाएं गरीब परिवारों के लिए एक निवेश की तरह काम करती हैं, जो आने वाले समय में कई गुना फायदा देती हैं।
यदि आपके घर में कोई बच्चा इस योजना के योग्य है, तो देर न करें। आज ही आवेदन की अंतिम तारीख है। ये सिर्फ एक मौका नहीं, बल्कि एक नई जिंदगी की शुरुआत हो सकती है।