Education Desk : हाल ही में भारतीय सेना द्वारा लॉन्च किए गए Operation Sindoor के बाद देश में सुरक्षा और राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। वहीं दूसरी ओर, CBSE Class 10th और 12th के लाखों छात्र अपने Board Results 2025 का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में एक बड़ा सवाल उठ रहा है—क्या ऑपरेशन सिंदूर का कोई असर सीबीएसई के रिजल्ट पर पड़ सकता है?
सीबीएसई की ओर से अब तक इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लेकिन यह साफ है कि बोर्ड का परीक्षा मूल्यांकन और रिजल्ट तैयार करने का काम पूरी तरह से डिजिटल और केंद्रीकृत सिस्टम पर आधारित होता है। इसके लिए देशभर में मौजूद Regional Evaluation Centres और डिजिटल डेटा प्रोसेसिंग सिस्टम को इस्तेमाल किया जाता है, जो कि सुरक्षा दृष्टिकोण से पहले ही मजबूत बनाए गए हैं।
बोर्ड परीक्षाएं इस साल 15 फरवरी से 4 अप्रैल 2025 के बीच संपन्न हुई थीं, जिनमें करीब 42 लाख छात्र शामिल हुए। परीक्षा समाप्त होने के बाद से ही उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन और डिजिटल रिजल्ट प्रोसेसिंग का काम चल रहा है। बोर्ड द्वारा 5 मई को जारी Digilocker Circular में भी साफ तौर पर बताया गया है कि छात्र अपनी Digital Marksheet, Certificate और Migration Document को आसानी से डाउनलोड कर सकेंगे।
जहां तक Operation Sindoor का सवाल है, यह एक सीमावर्ती सैन्य कार्रवाई है, जिसका सीधा असर किसी भी शैक्षणिक प्रक्रिया पर पड़ना मुश्किल है। हालांकि, अगर भविष्य में स्थिति तनावपूर्ण होती है या साइबर सुरक्षा को लेकर कोई गंभीर खतरा उत्पन्न होता है, तो यह निश्चित रूप से शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर सकता है। लेकिन फिलहाल ऐसी कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है जो यह साबित करे कि CBSE का रिजल्ट शेड्यूल इस सैन्य ऑपरेशन की वजह से प्रभावित होगा।
CBSE ने अब तक अपनी किसी प्रेस विज्ञप्ति या नोटिस में रिजल्ट की तारीख स्पष्ट नहीं की है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि दूसरे सप्ताह में किसी भी दिन रिजल्ट घोषित किया जा सकता है। छात्रों को सलाह दी गई है कि वे cbse.gov.in, results.cbse.nic.in, और DigiLocker जैसे प्लेटफॉर्म पर नजर बनाए रखें।
निष्कर्ष यही है कि CBSE Board Result 2025 और Operation Sindoor दो अलग-अलग क्षेत्रों की गतिविधियां हैं। जबकि एक शिक्षा से जुड़ी है, दूसरी राष्ट्रीय सुरक्षा से। दोनों की प्रकृति, प्रक्रिया और उद्देश्य एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। इसलिए छात्रों को डरने या अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। वे अपने रिजल्ट और भविष्य की तैयारी पर ही फोकस करें।